हाथरस कांड बरसी: आज भी सीआरपीएफ की सुरक्षा में जी रहा पीडि़ता का परिवार, साए की साथ रहती है फोर्स

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हाथरस। हाथरस कांड को दो साल बीत चुके हैं। लेकिन आज भी पीडि़ता का परिवार सीआरपीएक की सुरक्षा में जी रहा है। जब भी परिवार का सदस्य घर से बाहर जाता है तो सीआरपीएफ का एक सदस्य उसके साथ साये की तरह रहता है। गैंग रेप पीडि़ता का परिवार अपने ही गांव में सीआरपीएफ की सुरक्षा में है। उनके लिए नजरंबद जीवन जीना मुसीबत बन गया है। परिवार के सदस्य कहीं बाहर नहीं जा सकते। खेती बाड़ी का काम था वो भी अब बंद हो गया है। पीडि़त परिवार ने अपनी जमीन को बाकी पर उठा रखा है। अगर किसी ने खेत बाकी पर नहीं लिया तो खेत बंजर ही पड़े रहेंगे। परिवार के लोग उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं जब कोर्ट से उनकी बेटी को न्याय मिलेगा। केंद्र सरकार के फरमान के बाद से पिछले एक साल से अधिक समय से गांव में ही सीआरपीएफ ने डेरा जमा लिया है। सीआरपीएफ ने गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश पर रोक लगा दी। परिवार के सदस्य भी घर से बाहर नहीं जा सकते। यहां तक की रोजमर्रा के कामों के लिए भी वह बाहर नहीं जा सकते हैं। सीआरपीएफ की पूरी एक कंपनी सुरक्षा में लगी है।