संतकबीर नगर। पिता-पुत्र की नृशंस हत्या करने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस सनसनीखेज घटना को उसने अपने पिता के कहने पर साथियों के सहयोग से किया था। घटना में पांच लोग शामिल थे, लेकिन अभी मुख्य आरोपित ही पुलिस के हत्थे चढ़ा है। चार अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया गया है। हत्या का कारण बेहद मामूली था। पड़ोसी से होने वाली दिक्कतों के चलते आरोपितों ने पिता-पुत्र की सोते समय गला काटकर हत्या की थी।
खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र के इमिलिडीहा गांव में 28 दिन पूर्व हुई पिता-पुत्र की हत्या का पर्दाफाश पुलिस अधीक्षक सोनम कुमार ने किया। उन्होंने बताया कि 17-18 अगस्त की रात गणेश प्रसाद चौहान अपने 16 वर्ष के छोटे बेटे धर्मवीर के साथ गांव के बाहर स्थित अपने खेत में सो रहे थे, तभी उनका पड़ोसी अनुज चौहान अपने साथी खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र के बरईपार निवासी राजा बेलदार और उमरीकला गांव के निरंजन चौहान के साथ मिलकर गलाकाट कर हत्या कर दी। इस घटना में मुख्य आरोपित अनुज का पिता नंदलाल चौहान और दुधारा थाना क्षेत्र के असरफपुर का अभय यादव भी शामिल थे। अनुज को छोडक़र सभी आरोपित अभी फरार हैं।
एक माह के भीतर ही हत्यारों तक पहुंची पुलिस
एसपी ने कहा कि पुलिस इस मामले को चुनौती के रूप में ली थी। कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस हत्या करने वालों के पास पहुंची और मुख्य आरोपित अनुज को गिरफ्तार किया गया। उसने बताया कि पड़ोसी गणेश उसके पिता नंदलाल को आए दिन बेइज्जत करते रहते थे। पिता ने कहा कि अब बर्दाश्त नहीं हो रहा। गणेश को खत्म कर दो। उसने हत्या की योजना अपने साथियों को बताई। अभय यादव ने हत्या करते समय हाथ में ग्लब्स पहनने को कहा था। हालांकि वह हत्या के समय नहीं आ सका, लेकिन उसे घटना के बारे में पूरी जानकारी थी। गिरफ्तार आरोपित की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त फरसा, चाकू, लाइटर पिस्टल, मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
पर्दाफाश करने वाली टीम
एसपी ने बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के निर्देशन और पुलिस क्षेत्राधिकारी अंशुमान मिश्र के नेतृत्व में खलीलाबाद कोतवाली के प्रभारी विजय नारायण प्रसाद, दारोगा हरेंद्र पाठक, वीरेंद्र, जितेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल अवधेश साहनी, राणा प्रताप सिंह, हरेराम यादव, दीपक सिंह, राकेश, अमरजीत मौर्य और सर्विलांस टीम के अनुप राय, प्रदीप कुशवाहा और मनीष गुप्ता ने घटना का पर्दाफाश किया।