8 अन्तर्राजीय लुटेरों को लूट के सामान के साथ कैंट पुलिस ने किया गिरफ्तार
गोरखपुर। कभी तांत्रिक तो कभी पुलिसवाले बनकर लोगों को चेकिंग के नाम पर झांसा देकर लूटने वाले एक अन्तर्राजीय लुटेरों के गिरोह का कैंट पुलिस ने खुलासा किया है। गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूट के सामान भी बरामद किया है। यह गिरोह उत्तराखंड का रहने वाला है और पूरे देश में घूम-घूम कर लूट और टप्पेबाजी की वारदात करता है। एक जगह वारदात करने के बाद अगले शहर के लिए निकल जाता है लिहाजा उसे पकड़ पाना काफी कठिन होता है। पकड़े गए गिरोह में धर्मशाला के पास रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर से लूट की थी।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने लुटेरों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि शहर में टप्पेबाजी व लूट करने वाले बदमाशों की तलाश के लिए टीम लगी हुई थी इस बीच मुखबिर की सूचना पर इंस्पेक्टर कैंट शशिभूषण राय, चौकी प्रभारी जटेपुर धीरेन्द्र राय व उनकी टीम ने आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान रजाकत अली पुत्र जलालुद्दीन, सैफ अली पुत्र मोहम्मद्दीन, रफी पुत्र नत्थुद्दीन, अकरम अली पुत्र जाफर अली, सैदू हुसैन पुत्र नजरूद्दीन, बरकत अली पुत्र मोहम्मद हनीफ, वजीर मोहम्मद पुत्र नूर मोहम्मद, जावेद पुत्र स्व0 गुलाम शाबिर निवासीगण कोपा ठण्डानाला गुलरभोज थाना गदरपुर उधम सिंह नगर उत्तराखण्ड के रूप में हुई।
गिरोह के पास से पुलिस ने लूट की रकम 9,500 और जेवरात व एक लेडिज पर्श बरामद किया। एसपी सिटी ने बताया कि यह गिरोह योजना बनान कर घटना को अंजाम देता है। इनमें रफी पुत्र नत्थुद्दीन, सैदू हुसैन पुत्र नजरूद्दीन, बरकत अली पुत्र मोहम्मद हनीफ, वजीर मोहम्मद पुत्र नूर मोहम्मद, जावेद पुत्र स्व0 गुलाम शाबिर के कब्जे से 266 ग्राम नशीला अल्प्राजोलम पाउडर बरामद किया है।
पूछताछ में पता चला कि वह सभी एक ही गांव के रहने वाले हैं। उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश , राजस्थान, महाराष्ट्र व बिहार प्रदेशों में घूम-घूम कर वारदात करते हैं। एक जगह पर किराये पर आवास लेकर रुकते हैं। वहाँ से टोली बनाकर चार-चार, पांच-पांच के साथ मोटरसाइकिल से अपने शिकार की तलाश में बैंकों के इर्द-गिर्द और भीड़ भाड़ वाले इलाको में घूमते हैं। बुजुर्ग महिलाओं को ज्यादातर शिकार बनाते हैं। उनके किसी न किसी समस्या को बताकर प्रभावित करते। उनका पैसा, गहना या सामान लेकर 15-20 कदम चलवाते। जाल में फंसाने से पहले उनका एक आदमी उसी तरह की हरकत करता और भगवान का नाम लेकर 15-20 कदम चलने के बाद कहता मुझे भगवान के दर्शन हो गए हैं। सामने खुब तेज रोशनी आई है जो भगवान के रुप में ही थे। इस बात पर महिलाए विश्वास कर लेती है और वो भी अपना गहना पैसा सब निकालकर हम लोगों को दे देती है तब हम लोग उनका गहना लेकर भाग जाते है।
कुछ दिन पूर्व गिरोह ने धर्मशाला चौकी के पुलिस विभाग से रिटायर्ड महिला दरोगा से लूट की थी। उन्हें जाल में फंसाकर रुपये और गहने लेकर फरार हो गए थे। यह गिरोह जरूरत के हिसाब से फर्जी पुलिस व एसटीएफ के सिपाही बनकर भी व्यापारियों से चेकिंग के नाम पर लूट-पाट करता है। गिरोह के खिलाफ कानपुर, जयपुर, उत्तराखण्ड, में भी मुकदमें दर्ज हैं। गोरखपुर के अन्य थानों के अलावा महाराजगंज, देवरिया, खलीलाबाद में भी इन लोगों ने वारदात की बात कबूली है।