गबन के मामले में गोदाम के पूर्व प्रभारी गिरफ्तार

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देवरिया। बीज का 11 लाख 55 हजार गबन करने के आरोप में राजकीय बीज भंडार लार के पूर्व प्रभारी सुभाष विश्वकर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बीज का पैसा नहीं जमा करने के आरोप में वह पहले से ही निलंबित चल रहे हैं। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने गिरफ्तारी की कार्रवाई की है। राजकीय बीज भंडारों से किसानों को रवि और खरीफ सीजन में अनुदान पर बीज बिक्री की जाती है। इसमें किसानों से पूरा पैसा लेकर बीज दिया जाता है। बाद में डीबीटी के माध्यम से अनुदान की धनराशि किसानों के खाते में भेजी जाती है। बीज बिक्री का पैसा प्रभारियों को निर्धारित समय में जमा करने का निर्देश है, लेकिन कई बार प्रभारियों और अधिकारियों की लापरवाही के चलते बीज का पैसा समय से जमा नहीं किया जाता है। कुछ प्रभारी बीज के पैसे को दूसरे मद में भी खर्च कर देते हैं और बाद में पैसा जमा करना कठिन हो जाता है। राजकीय बीज भंडार लार में सुभाष विश्वकर्मा प्रभारी पद पर तैनात थे। उन्होंने 11 लाख 55 हजार के बीज का पैसा जमा नहीं किया था। जबकि अधिकारियों द्वारा बार-बार लिखित और मौखिक निर्देश दिया जाता रहा। पैसा जमा नहीं करने कि मामले में करीब 2 साल पहले उन्हें सस्पेंड कर जिला कृषि अधिकारी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया। इसके बाद प्रभारी के खिलाफ सरकारी धन के गबन का मुकदमा भी दर्ज कराया गया। बीज का पैसा गबन करने का मामला न्यायालय में चल रहा है। न्यायालय ने पूर्व प्रभारी सुभाष विश्वकर्मा को भगोड़ा घोषित कर गिरफ्तार करने का आदेश दिया था, हालांकि संबद्ध होने के चलते वह आए दिन जिला कृषि अधिकारी ऑफिस में आते थे। न्यायालय के आदेश पर सरकारी धन के गबन के आरोपी पूर्व प्रभारी को शनिवार को पुलिस ने लार स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया। गाजीपुर निवासी सुभाष विश्वकर्मा लार में किराए के मकान में परिवार समेत रहते थे।