गोरखपुर। जीडीए के नवागत उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर कार्यभार संभालने के बाद पहली बार जीडीए की विकास परियोजनाओं की प्रगति जानने के लिए क्षेत्र में निकले। विभिन्न परियोजनाओं का निरीक्षण कर उन्होंने उसकी प्रगति के बारे में जानकारी ली और समय से सभी योजनाओं को पूरा करने का निर्देश दिया। उपाध्यक्ष सबसे पहले रामगढ़ताल के सुंदरीकरण के लिए लगाई जा रही रेलिंग देखने पहुंचे। उन्होंने रेलिंग एवं दर्शक दीर्घा के बारे में जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंने कहा कि परिसर और खाली भूखंडों पर ड्रैगन फूड (कमलम फल) की खेती की जाएगी। उनके निर्देश पर प्राधिकरण कार्यालय परिसर के चार हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल में इसके पौधे रोपे जाएंगे। इस पर करीब 6.13 लाख रुपये खर्च आने का अनुमान है। दो महीने में इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। ड्रैगन फ्रूट को कमलम फल व पिताया के नाम भी जाना जाता है। इसे सबसे पहले मैक्सिको, दक्षिण अमेरिका व मध्य अमेरिका में उगाया गया। यह एंटी आक्सीडेंट, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, सोडियम, विटामिन का भरपूर स्रोत है। यह बैक्टीरिया व फंगल संक्रमण से लडऩे के लिए शरीर को प्रतिरोधक क्षमता भी प्रदान करता है। अपच, कब्ज जैसी पेट से जुड़ीं बीमारियों में भी यह बहुत कारगर है। डायबिटीज पीडि़तों को भी इससे लाभ मिलता है।
दो महीने में पूरा हो जाएगा नौकायन
प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि रेलिंग लगाने एवं फुटपाथ बनाने का काम करीब दो महीने में पूरा हो जाएगा। यहां से उपाध्यक्ष नया सवेरा के मुख्य द्वार से नौकायन होते हुए अंतिम छोर तक गए। उपाध्यक्ष ने जेटी पर स्थापित ओपेन जिम आदि के बारे में जानकारी ली। वाटर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निरीक्षण करने के बाद महंत दिग्विजयनाथ पार्क के पास निर्मित पार्किंग स्थल पहुंचे। उन्हें बताया गया कि जल्द ही पार्किंग शुरू कर दी जाएगी।
गोरक्ष एन्क्लेव आवासीय योजना का किया निरीक्षण
उपाध्यक्ष ने बच्चों के लिए बनाए गए पार्क एवं उसमें दी गई सुविधाओं की जानकारी ली। उस क्षेत्र में प्रस्तावित वेंडिंग जोन के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली। जीडीए उपाध्यक्ष चंपा देवी पार्क के पास बनाई जा रही गोरक्ष एन्क्लेव आवासीय योजना का निरीक्षण करने भी पहुंचे। अभियंताओं ने योजना के बारे में उन्हें विस्तार से जानकारी दी। उन्हें बताया गया कि इस बहुमंजिला आवासीय योजना के अधिकतर आवास बिक चुके हैं। जीडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि पूरी गुणवत्ता के साथ इस परियोजना को समय से पूरा किया जाए। निरीक्षण के दौरान जीडीए के सचिव उदय प्रताप सिंह, प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह, सहायक अभियंता एके तायल आदि उपस्थित रहे।