गोरखनाथ मंदर में करेंगे महानिशा और शस्त्र पूजन, देवीपाटन की पूजा छोड़ कानपुर पहुंचे
गोरखपुर। मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ आज रविवार को चार दिनों के दौरे पर गोरखपुर आएंगे। सीएम आज रात गोरखनाथ मंदिर के शक्ति मंदिर में अष्टमी तिथि पर महानिशा पूजन, शस्त्र पूजन और हवन-यज्ञ करेंगे। इस अनुष्ठान में शामिल होने के लिए सीएम रविवार की शाम कानपुर से सीधा गोरखपुर पहुंचेंगे।
हालांकि आज ही उन्हें गोरखपुर से पहले देवीपाटन पहुंचकर यहां के दुर्गा मंदिर में पूजन करना था। लेकिन कानपुर में हुए हादसे में हुई 26 लोगों की मौत की खबर सुनते ही मुख्यमंत्री ने देवीपाटन का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया। वे पीडि़त परिवार से मिलने सीधा कानपुर पहुंच गए। इसके बाद वे गोरखपुर पहुंचेंगे।
5 अक्टूबर तक गोरखनाथ मंदिर में ही रहेंगे योगी
सीएम योगी पांच अक्टूबर तक गोरखनाथ मंदिर में ही रहेंगे। नाथ परम्परा के मुताबिक अष्टमी तिथि को गोरखनाथ मंदिर में रात में हवन होता है। मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी ने बताया, रविवार से ही अष्टमी तिथि लग जाएगी। नाथ परम्परा में अष्टमी की रात में ही महानिशा पूजन, शस्त्र पूजन और हवन होता है।
इन देवी-देवताओं के पूजन करेंगे योगी: वहीं, रविवार की शाम 6 बजे से मां गौरी और भगवान गणेश की पूजा से शुरूआत होगी। सीएम योगी यहां वरुण पूजन, पीठ पूजन, यंत्र पूजन, स्थापित मां दुर्गा की विधिवत पूजा, भगवान राम, लक्ष्मण, सीता का षोडसोपचार पूजन, भगवान कृष्ण और गोमाता का पूजन, नवग्रह पूजन, विल्व अधिष्ठात्री देवता का पूजन, शस्त्र पूजन, द्वादस ज्योर्तिंलिंग, अर्धनारीश्वर, शिव-शक्ति पूजन, वटुक भैरव, काल भैरव, त्रिशूल पर्वत पूजन करेंगे।
दुर्गा सप्तशती का होगा पाठ: पूजन बेदी पर उगे जौ के पौधे जई को गोरक्षपीठाधीश्वर और आचार्यगण द्वारा वैदिक मंत्रों के बीच बांटा जाएगा। उसके बाद हवन बेदी पर ब्रह्मा, बिष्णु, महेश और अग्नि देवता का आह्वान कर हवन शुरू होगा। हवन की क्रिया संपंन होने के बाद दुर्गा सप्तशती का पाठ होगा। इस दौरान सात्विक बलि के रूप में मुख्यमंत्री नारियल, गन्ना, केला, जायफर आदि की बलि देकर शक्ति की आराधना पूरी करेंगे।
मान्यता है कि निशा पूजा एवं सात्विक पंच बलि से शारीरिक और मानसिक क्लेश दूर होते हैं। पूजन की इस पूरी प्रक्रिया को प्रधान पुरोहित रामानुज त्रिपाठी के अलावा डॉ अरविंद कुमार चतुर्वेदी, डॉ रोहित कुमार मिश्र, डॉ दिग्विजय शुक्ल, पुरुषोत्तम चौबे समेत अन्य आचार्य शामिल होंगे।
नवरात्रि पर गोरखपुर मंदिर में होंगे यह अनुष्ठान
2 अक्तूबर रविवार को निशा पूजनए शस्त्र पूजन और हवन
3 अक्तूबर सोमवार को महाष्टमी का व्रत
4 अक्तूबर मंगलवार को महानवमी व्रत
सुबह 8.21 बजे श्रीनाथ जी का विशिष्ठ पूजन, देव विक्रम का पूजन
पूर्वाह्न 11 बजे कुमारी कन्या पूजन एवं कन्या भोज
अपराह्न 1 बजे 3 बजे तक गोरक्षपीठाधीश्वर का तिलकोत्सव
शाम 4 बजे से गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा, मानसरोवर मंदिर पूजन, रामलीला में राजा रामचंद्र का तिलक