गोपालगंज। जिले के सिधवलिया प्रखंड के बंजरिया स्थित सीतलपुर गांव में के पास बने रिंग बांध गंडक नदी के दबाव के कारण टूट गए। रिंग बांध के टूटते ही आसपास के इलाके समेत दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। गांव में पानी तेजी से फैलने के कारण लोगों की समस्याएं भी उत्पन्न हो गई है। वही सडक़ों पर काफी तेज धारा से पानी का बहाव हो रहा है। जिससे आवागमन करने में लोगों की काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।वही किसानों के खेतों में लगाए गए तैयार धान के फसल बाढ़ के पानी में डूबकर बर्वाद हो गए।
दरअसल वाल्मीकि नगर बराज से डिस्चार्ज हुए 4 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी ने दियरा इलाके की मुश्किलें बढ़ा दी है। वहीं
गंडक के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण गंडक उफान मार रही। स्थानीय लोगों की माने तो रविवार से ही बाँध से रिसाव हो रहा था। लेकिन अधिकारियों के द्वारा इसे गम्भीरता से नहीं देखा गया। जिसका नतीजा ये हुआ कि बाँध टूट गया। वहीं, स्थिति जब भयावह होने लगी तो अब जाकर अधिकारी निरीक्षण कर रहे। वहीं, अ्धिकारियों की इस लेटलतीफी के कारण किसानों के तैयार धान की फसल बर्बाद हो गए।
इधर, मौके पर पहुंचे सांसद आलोक कुमार सुमन ने कहा कि बाँध टूटना बहुत ही दु:खद है और यह सोचने वाला विषय है कि आखिर बाँध कैसे टूटा। क्योंकि बांध काफी मजबूत और चौड़ा है। इसको लेकर समीक्षा की जाएगी। इसमें कहां लापरवाही हुई है, ये देखा जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों के कई एकड़ में लगाए गए धान के फसल बर्बाद हो गए। जिसको लेकर सरकार से किसानों को मुआवजा देने की मांग की जाएगी। सांसद आलोक कुमार सुमन ने कहा कि हम लोगों ने कई बार सदन मेंआवाज उठाई कि बांध को पक्की करने और बोल्डर पीचिंग किया जाए। ताकि लोगों को इस परेशानी से निजात मिले।