बस्ती। लगातार हो रही वर्षा और शारदा, गिरिजा और सरयू बैराज से 7.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद बस्ती में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। पहले से ही खतरे के निशान से 55 सेमी ऊपर पहुंच चुकी नदी का जलस्तर के दो फीट तक बढऩे की संभावना जताई गई है। इसे देखते हुए नदी और तटबंध के बीच बसे एक दर्जन गांवों में रहने वाले लोगों को गांव छोडक़र बाढ़ शरणालयों में जाने को कह दिया गया है। कटरिया-चांदपुर तटबंध पर पानी का दबाव बढऩे से कई जगहों पर रिसाव शुरू हो गया है। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन मुख्य विकास अधिकारी, एडीएम, एसडीएम और बाढ़ खंड के अधिकारियों के पहुंच गईं। तटबंधों की निगरानी तेज करने तथा बाढ़ शरणालयों में जरूरी सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार नदी का जलस्तर खतरे के निशान 92.73 मीटर से 55 सेंटीमीटर ऊपर 93.28 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार ने बताया कि बहराइच और लखीमपुरखीरी में स्थित बैराज से सोमवार को 7.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बाढ़ खंड की टीमें लगाता तटबंध की निगरानी कर रही हैं। रिसाव और कटान रोकने के उपाय किए जा रहे हैं। नदी और तटबंध के बीच स्थित सुविकाबाबू, बिसुन्दासपुर अनुसूचित बस्ती, टेेड़वा, भुवरिया,कुर्मियाना सहित अन्य गांव की दुश्वारियां बढ़ रही है। सोमवार की सुबह तटबंध पर अफसरों की टीम पहुंच गई। सरयू और तटबंध के बीच स्थित गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की व्यवस्था की जाने लगी। इन गांवों में रहने वालों को बाढ़ शरणालयों में जाने को कहा गया है।