सिद्धार्थनगर। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार हर पीडि़त के साथ खड़ी है। लोगों की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि अक्टूबर माह में हम सबने पहली बार इतनी अप्रत्याशित बाढ़ देखी है। यह फसलों के कटने का समय है। रामलीलाओं के दौर चलने का समय है लेकिन यहां फसलें डूब गई हैं। लोग छतों पर रहने को विवश हैं। इसके बावजूद किसी को भी घबराने या परेशान होने की जरूरत नहीं है। प्रकृति की त्रासदी का सामना कर राहत देना सरकार की प्राथमिकता है और इसमें कहीं कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद डुमरियागंज तहसील के भनवापुर में मैहतिनिया गोशाला के निकट बाढ़ पीडि़तों से मुलाकात की। उनका हाल जाना और राहत सामग्री वितरित की। उन्हें आश्वस्त किया कि हर संकट में सरकार उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। हवाई सर्वेक्षण, बाढ़ पीडि़तों से मुलाकात और राहत सामग्री वितरित करने के बाद मुख्यमंत्री ने जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि बाढ़ पीडि़तों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न व अन्य सामग्री का वितरण कराया जा रहा है।
राहत सामग्री कीट में मिल रहा यह सामान:
दो तरह की किट में दी जा रही राहत सामग्री किट में 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, दो किलो अरहर दाल, आधा किलो नमक, 250 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम मिर्च, 250 ग्राम सब्जी मसाला, एक लीटर रिफाइंड तेल, पांच किलो लाई, दो किलो भूना चना, एक किलो गुड़, 10 पैकेट बिस्कुट, एक पैकेट माचिस, एक पैकेट मोमबत्ती, दो नहाने का साबुन शामिल है। इसके अलावा 10 किलो आलू, पांच लीटर केरोसिन, पांच लीटर क्षमता के दो जरीकेन, 15 गुणे 10 फीट की एक तारपोलीन शीट भी दी जा रही है।