जान से मारने की कोशिश नही सीबीआई अधिकारी का हुआ था एक्सीडेंट, पुलिस ने लगाया एफआर

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गोरखपुर: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को गिरफ्तार करने वाले सीबीआई अफसर रूपेश श्रीवास्तव को गोरखपुर में जान से मारने की कोशिश साजिश नही थी. वह महज एक हादसा था. यह बात पुलिस के विवेचना में आया है. चुकी हादसे में आरोपी ट्रक चालक मर गया था इसलिए जिले की गुलरिहा पुलिस ने मुकदमे में एफआर यानी अंतिम रिपोर्ट लगाकर फाइल बन्द कर दिया है.

दरअसल 12 अगस्त 2022 को गोरखपुर में CBI ऑफिसर रुपेश श्रीवास्तव को ट्रक से कुचलकर जान से मारने की कोशिश की गई है.यह घटना उस वक्त हुई थी, जब वह स्कार्पियो से अपने गांव महाराजगंज से गोरखपुर लौट रहे थे. तभी गुलरिहा इलाके के बरगदही के पास तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे उनकी कार का एक हिस्सा पूरी तरह टूट गया.जब तक CBI अफसर और उनका ड्राइवर कुछ समझ पाते, तभी ट्रक ने दूसरी बार उनकी कार को टक्कर मारने की कोशिश की, लेकिन ट्रक का पहिया सड़क पर पड़ी गिट्टी पर पड़ गया जिससे ट्रक पलट गया.हादसे में ट्रक ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई.जबकि ट्रक में सवार अन्य लोग फरार हो गए थे.

कुशीनगर का रहने वाला था ट्रक ड्राइवर
पुलिस CBI ऑफिसर की तहरीर पर केस दर्ज कर मामले की पड़ताल में जुट गई। वहीं, ट्रक ड्राइवर की पहचान कुशीनगर जिले के सुकरौली के रहने वाले बदन कुमार (28) के रूप में हुई थी.
CBI ऑफिसर रुपेश श्रीवास्तव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के चारा घोटाला और रेलवे भर्ती घोटाला, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम सहित कई राज्य और केंद्र सरकार के मंत्रियों के हाई प्रोफाइल केस देख रहे हैं.

रुपेश श्रीवास्तव ने ही पी चिदंबरम को गिरफ्तार भी किया था. ऐसे में उन पर जानलेवा हमले के पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका जताई जा रही थी।. घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम भेजकर सैंपल भी लिए गए.पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक का मोबाइल सीडीआर निकाला, गोरखपुर से लेकर कुशीनगर तक का सीसीटीवी फुटेज चेक किया. जिसमे जान से मारने के साजिश का कोई सबूत नही मिला.जिसके बाद पुलिस ने इसको महज हादसा माना. चुकी आरोपी चालक मर चुका है इसलिए मुकदमे में पुलिस ने बीते 1 नवम्बर 2022 को एफआर लगा दी. इस सम्बंध में एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि जांच में साजिश के प्रमाण नही मिले. यह महज हादसा था. चुकी चालक जिंदा नही है इसलिए मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट लगा दिया गया है.

CBI ऑफिसर रुपेश श्रीवास्तव मूल रूप से महराजगंज जिले के श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के पिपरालाला के रहने वाले हैं. वे अभी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) नई दिल्ली ब्रांच में डिप्टी SP के पद पर तैनात हैं. अगस्त में ही वे इंस्पेक्टर से प्रमोट होकर डिप्टी SP बनाए गए। अगस्त में ही दिल्ली से एक दिन की छुट्टी पर घर आए थे. रुपेश श्रीवास्तव ने गोरखपुर से ही पढ़ाई की है। वे स्व.आद्या प्रसाद श्रीवास्तव के बेटे और शहर के तिलक पैथोलॉजी के डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव के छोटे भाई हैं।