गोरखपुर। जिला अधिवक्ता एसोसिएशन और कलेक्ट्रेट के वकीलों के बीच रार हो गया। एसोसिएशन का चुनाव समय से नहीं कराए जाने के विरोध में शुक्रवार को अधिवक्ताओं को गुस्सा फूट पड़ा। जिला अधिवक्ता एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री कृष्ण दामोदर पाठक के नेतृत्व में काफी अधिक संख्या में अधिवक्ताओं ने मौजूदा कार्य समिति के खिलाफ धरना- प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने बार पदाधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। अधिवक्ताओं की मांग है कि एसोसिएशन की कार्य समिति का समय पूरा हो जाने के सात महीने बाद भी अब तक न ही चुनाव कराया गया और न ही चुनाव कराने की कोई घोषणा की जा रही है।
जिला अधिवक्ता एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री कृष्ण दामोदर पाठक ने मौजूदा कार्य समिति पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, एसोसिएशन का चुनाव 7 अप्रैल 2022 को हो जाना चाहिए था, लेकिन वर्तमान कार्य समिति ने अब तक न ही चुनाव कराया है और न ही चुनाव कराने की कोई घोषणा की है। समिति का एक मात्र उद्देश्य है कि वे भ्रष्टाचार में लिप्त रहे और जितने दिन चलाया जा सके, उतने दिन कार्य समिति चलती रहे।
उन्होंने आरोप लगाया उत्तर प्रदेश सरकार ने 9.51 करोड़ रुपए का बजट देकर जिला अधिवक्ता एसोसिएशन के भवन का निर्माण कराया है। उस पर बार के अध्यक्ष ने 50 हजार रुपए प्रति कमरे का शुल्क निर्धारित कर दिया है। अधिवक्ताओं से कहा जा रहा है, 50 हजार दो तो चेंबर मिलेगा।
जबकि यूपी सरकार ने साफ तौर पर कहा है, इस भवन का चार्ज जिले के डीएम के पास होगा और डीएम अधिवक्ताओं को निशुल्क कमरा अलॉट करेंगे। अधिवक्ताओं ने मौजूद अध्यक्ष पर आरोप लगाया कि उनके सभी काम भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उनकी अकूत संपत्ति और धन की जांच कराने के लिए मुख्यमंत्री, सीएम और इडी को शिकायत भी की गई है।
जल्द चुनाव नहीं हुआ तो होगा आंदोलन
हमारी मांग है कि एसोसिएशन का चुनाव तत्काल कराया जाए। ऐसी भ्रष्ट कार्यसमिति को तत्काल हटाया जाए। जोकि 7 अप्रैल 2022 के बाद अवैध हो चुकी है। बावजूद इसके अगर हमारी मांगे जल्द से जल्द पूरी नहीं की गई तो हम आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।