महराजगंज। कलेक्ट्रेट सभागार में सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के ईको टूरिज्म वेबसाइट के लोकार्पण कार्यक्रम में मौजूद वन
एवं पर्यावरण मंत्री अरुण कुमार सक्सेना के सामने सिसवा के भाजपा विधायक प्रेम सागर पटेल का दर्द छलक पड़ा। अंग्रेजी में प्रकाशित ईको टूरिज्म के टेबल बुक को देख विधायक की पीड़ा सामने आ गई। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी नहीं आती है, पत्नी भी नहीं पढ़ी हैं। घर चल कर बेटे से पढ़वाएंगे। महराजगंज की अधिकांश जनता हिन्दी जानती है। ऐसे में यह टेबल बुक हिन्दी में भी प्रकाशित होनी चाहिए।
विधायक यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि डीएफओ पुष्प कुमार के. दक्षिण भारत के रहने वाले हैं। प्रसिद्ध तिरुपति बाला जी मंदिर में एकाउंटेट रह चुके हैं। इनसे बात करने पर कहते हैं- नो हिन्दी। महराजगंज की जनता भोजपुरी में बात करती है। जिले में ऐसा डीएफओ चाहिए जो हिन्दी समझ सके। विधायक ने वन एवं पर्यावरण मंत्री से जंगल के किनारे रह रहे लोगों की पीड़ा भी व्यक्त की।
सोहगीबरवा गांव की चर्चा करते हुए कहा कि भारत में इतने मुश्किल भौगोलिक परिस्थिति से जूझता शायद ही कोई दूसरा गांव होगा। तीन तरफ से नदियों से घिरे सोहगीबरवा, शिकारपुर व भोथहा गांव में आधारभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। यहां नेपाल व बिहार होकर जाना पड़ता है। बाढ़ के समय तो स्थिति और विकट हो जाती है। विधायक ने मंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि कोई योजना तैयार करें, जिससे गांव के लोगों का भला हो सके।