गोरखपुर। तमाम विवादों और बॉयकॉट के बीच शाहरूख खान की फिल्म पठान गोरखपुर के 5 सिनेमाघरों में रिलीज हो गई। फिल्म रिलीज होने से पहले सिनेमाघर मालिकों ने सुरक्षा की मांग की थी। जिसे लेकर सभी सिनेमाघरों के बाहर भारी फोर्स तैनात रही। हालांकि, फिल्म शरू होते ही हिंदुवादी संगठनों ने इस फिल्म का विरोध शुरू कर दिया। हिंदूवादी संगठनों ने माया सिनेमा हॉल पर फिल्म पठान का विरोध करने पहुंचे। हालांकि, भारी पुलिस बल ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। इस बीच विरोध करने वाले हिंदूवादी संगठन के लोगों ने सिनेमा हॉल पर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। साथ ही शाहरुख खान के फिल्म को हिंदू और सनातन के विरोध विरोधी बताते हुए उसका जमकर विरोध किया। इस दौरान विरोध कर रहे लोगों ने फिल्म और फिल्म स्टॉर शाहरूख खान के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
पुलिस के समझाने पर नहीं माने प्रदर्शनकारी
विश्व हिंदू महासंघ के संयोजक राधाकांत वर्मा अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों संग माया सिनेप्लेक्स पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने फिल्म के विरोध में नारेबाजी की। महासभा के संयोजक राधाकांत वर्मा ने कहा, फिल्म में भगवा वस्त्र में अश्लीलता परोसी जा रही है। हिंदू समाज के विरोध के बाद भी फिल्म को रिलीज किया गया। उधर फिल्म का पहला शो छूटने से पहले पहले तो पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की। क्योंकि, आशंका थी कि प्रदर्शनकारी सिनेमा देखकर निकलने वाले दर्शकों का भी विरोध कर सकते हैं। लेकिन, वे लोग जब नहीं माने तो पुलिस ने सभी को वहां से खदेड़ दिया।
दर्शकों बोले- लाजवाब फिल्म है पठान
हालांकि, इस फिल्म को देखकर निकले दर्शकों ने फिल्म की जमकर प्रशंसा की। दर्शकों ने शाहरूख की इस फिल्म को सुपर
डुपर हिट और लाजवाब बताया है। अपने परिवार संग फिल्म देखने पहुंचे अनूप पांडेय ने बताया, फिल्म का विरोध करना यह कुछ लोगों की संक्रिण मानसिकता को दर्शता है। इससे पहले भी तमाम फिल्मों पर हरे राम, हरे कृष्ण लिखे कपड़े पहनकर बड़े कलाकारों ने अश्लील गानों पर डांस किया है। भोजपुरी गानों में भी भगवा रंग के कपड़ों का यूज हुआ है, फिर उन लोगों का विरोध क्यों नहीं होता? विरोध करने वाले सिर्फ एक व्यक्ति, वर्ग विशेष का टारगेट करके विरोध करते हैं। जबकि, शाहरूख खान ने अपनी कला से पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया है।