– 10 फरवरी की रात दबिश में गई पुलिस ग्रामीणों के विरोध के बाद राजेश को बिना अरेस्ट किए लौटी थी वापस
– एकतरफा कार्रवाई से ग्रामीणों का भडक़ा था गुस्सा, सिकटौर में अब शुरू हो गई है पेशबंदी
गोरखपुर। खोराबार के सिकटौर करमहिया निवासी पूर्व प्रधान पति व गैंगेस्टर राजेश निषाद समेत पांच नामजद व 20 अज्ञात महिलाओं पर सोमवार की देर रात खोराबार पुलिस ने भीड़ जमा कर सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में केस दर्ज किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई थाने के विवेचक दरोगा रिजवान अहमद के तहरीर पर किया है।
पुलिस का आरोप है कि राजेश निषाद व उसके साथियों पर एक व्यक्ति ने हत्या के प्रयास, लूट, बलवा का केस दर्ज कराया था। पुलिस एक आरोपी करमहिया निवासी देवशरण निषाद को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। 10 फरवरी 2023 की रात पुलिस विवेचक दरोगा रिजवान अहमद के नेतृत्व में राजेश को गिरफ्तार करने उसके घर गई थी। तभी वहां अचानक महिलाएं व कुछ पुरूष लाठी डंडा लेकर इकटठा हो गए। भीड़ बवाल करने लगी जिससे आरोपी राजेश फ रार हो गया। दरोगा रिजवान की तहरीर पर पुलिस ने राजेश निषाद, सत्येंद्र, जगदीश, कौशल, संतोष व 15 से 20 अज्ञात महिलाओं पर केस दर्ज किया है। दरअसल 10 फरवरी 2023 की घटना का वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद पुलिस ने यह केस दर्ज किया है।
दो पक्षों में शुरू हो गई है पेशबंदी
आपको बता दें कि सिकटौर करमहिया में अब पेश बंदी शुरू हो गई। दोनों पक्ष एक दूसरे पर आए दिन केस दर्ज करा रहे हैं। दरअसल सिकटौर निवासी राधेश्याम ने एक सरकारी जमीन का बैनामा कर दिया। राजेश ने कमिश्रर कोर्ट में राधेश्याम के खिलाफ केस दर्ज कराया। तभी से दोनों में रंजिश है। 16 दिसंबर 2022 को राजेश निषाद के भाई का डंपर आ रहा था। राधेश्याम के बेटे राज निषाद व उसके साथियों ने चालक विनोद को रोककर पीटा, डंपर का शीशा तोड़ा व चालक के पास रखा 10500 रूपये लूट लिया। राजेश के भाई जयहिंद की तहरीर पर पुलिस ने राधेश्याम के बेटे राज निषाद, अनिल यादव, विनोद, बीरू, रवि पर लूट व तोडफ़ोड़ का केस दर्ज किया। इस मामले की विवेचना दरोगा रिजवान अहमद कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने अभी तक इस मामले में दो महीने बाद भी राज व उसके साथियों को गिरफ्तार नहीं की।
मुर्गे के दुकान के पास हुआ था विवाद
बीते 4 फरवरी 2023 को सिकटौर करमहिया के पास मुर्गे की दुकान पर राज निषाद व देवशरण निषाद के बीच मारपीट हुआ। जिसमें राज के पिता राधेश्याम ने राजेश निषाद , मनोज, जयहिंद, आकाश, हरिशचंद्र, देवशरण, गुड्डू, विवेक, दयानंद व गोविंद के खिलाफ हत्या के प्रयास, बलवा व सोने की चेन और 30 हजार रूपये लूटने का केस दर्ज कराया। जबकि राजेश पक्ष का कहना है कि राजेश व उसके साथी उस समय कहीं और थे और राधेश्याम ने फर्जी तौर पर रंजिश के नाते उन लोगों का नाम डाल दिया। उधर राधेश्याम के मुकदमा दर्ज कराने के बाद राजेश पक्ष के देवशरण निषाद ने भी 7 फरवरी 2023 को मुर्गे के दुकान पर मारपीट के मामले में राधेश्याम के बेटे राज निषाद, राधेश्याम उर्फ राधे, विनोद, नान्हू, ध्रुव, अमन, रोशन व राजबीर के खिलाफ बलवा, लूट आदि के आरोप में केस दर्ज है।
पुलिस की एक तरफा कार्रवाई से ग्रामीणों ने किया विरोध
ग्रामीणों व गैंगेस्टर राजेश की पत्नी व पूर्व प्रधान मंजू देवी का आरोप है कि राधेश्याम, उसके बेटे राज निषाद पर दो महीने पहले लूट का केस दर्ज हुआ। जिसकी विवेचना दरोगा रिजवान कर रहे हैं।लेकिन पुिलस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया। अगर पुलिस ने उसे पहले पकड़ा होता तो 4 फरवरी वाला मारपीट का मामला नहीं होता। बाद में जो देवशरण की तरफ से भी लूट का केस राज व उसके साथियों पर दर्ज है उसमें भी पुलिस ने उसे गिरफ्तार नही किया। जबकि यह भी केस की विवेचना दरोगा रिजवान के पास है। वहीं दरोगा रिजवान उनके पति के खिलाफ दर्ज मुकदमें में राजेश को गिरफ्तार करने एक बार 7 फरवरी 2023की रात में करीब 11 बजे आए। उनके घर के चैनल पर पीटने लगे जिसकी सीसीटीवी फुटेज उनके पास है। वहीं पति के खिलाफ दर्ज 307 के मुकदमें में वांछित देवशरण को पुलिस गिरफ्तार भी कर ली। लेकिन राज व उसके साथियों को नहीं पकड़ा। फिर जब पुलिस 10 फरवरी 2023 की रात राजेश को पकडऩे आई तो हो रही एकतरफा कार्रवाई से लोग विरोध करने लगे। राजेश निषाद कहने लगा कि बहन की शादी से पहले उसकी गिरफ्तारी हुई तो वह जहर खा लेगा। जिसके बाद पुलिस बेरंग लौट गई।
शादी में खलल डालना चाहते हैं विपक्षी
राजेश निषाद का कहना है कि 13 फरवरी 2023 को उसके बहन की शादी है। 13 फरवरी को तिलक था जो संपन्न हो गया। उसने कहा कि वह शादी के बाद खुद थाने जाकर गिरफ्तारी दे देगा। उसके विपक्षी बहन की शादी में खलल डालना चाहते हैं। राजेश ने बताया कि कई बार वह पुलिस अधिकारियों से राज की गिरफ्तारी की मांग कर चुका है और बता चुका है कि राज व उसके घरवाले उसे फर्जी मुकदमे मेें फंसाने की धमकी दे रहे हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहआज भी घूम रहा है। राजेश ने कहा कि वह कानून का सम्मान करता है। वह इससे पहले भी चार बार जेल जा चुका है लेकिन किसी भी ग्रामीण ने तब विरोध नहीं किया।
खुली है हिस्ट्रीशीट
दरअसल राजेश के खिलाफ नकली शराब बनाने का दो केस दर्ज है। तभी उसपर गैंगेस्टर की कार्रवाई हुई। उसकी संपत्ति जब्त हुई। लेकिन वर्तमान में गैंगेस्टर कोर्ट से उसकी संपत्ति रिलीज हो चुकी है। राजेश पर वर्तमान में 12 से अधिक केस हैं लिहाजा अभी एक माह पूर्व ही उसकी हिस्ट्रीशीट खुली है। हल्का सिपाही उसकी निगरानी भी करते हैं। ताजे हत्या के प्रयास के मामले से पुलिस के निगरानी पर भी सवाल खड़ा हो रहा है।