गोरखपुर। ठंड का मौसम अपने रौ में आ चुका है। धूप की लाचारी उसे प्रभावी बना रही है। पश्चिमोत्तर के पहाड़ों से आ रही सर्द पछुआ हवाएं इस लाचारी का फायदा उठाकर गोरखपुर सहित समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश का तापमान गिरा रही हैं। ऊपर से कोहरे के कहर ने गलन का अहसास बढ़ा दिया है।
तीन दिन से नहीं निकली धूप
गोरखपुर के लोगों को लगातार तीन दिन से धूप का दर्शन नहीं हो सका है। चार जनवरी की शुरुआत घने के कोहरे के साथ हुई। सुबह 10 बजे तक धूप का कहीं पता नहीं है। मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के मुताबिक सात जनवरी से होने वाली हल्की बारिश से मौसम साफ होगा तो धूप तो निकलेगी लेकिन पछुआ हवाएं गलन को बरकरार रखेंगी। दिन का तापमान तो कुछ राहत भरा रह सकता है लेकिन रात का तापमान पांच डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
सात जनवरी से है बारिश की संभावना
मौसम विज्ञानी ने बताया कि बारिश की वायुमंडलीय परिस्थितियां बन चुकी हैं। सात जनवरी से होने वाली बारिश की वजह पश्चिमोत्तर के पहाड़ों के ऊपर बना पश्चिमी विक्षोभ है। यह विक्षोभ छह जनवरी से सक्रिय हो जाएगा, जिसके परिणाम स्वरूप सात जनवरी से गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बूंदाबादी से लेकर हल्की बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। बारिश का यह क्रम रुक-रुक कर नौ जनवरी तक जारी रह सकता है।
बारिश के बाद निकलेगी धूप, मगर जारी रहेगी गलन
बारिश की वजह से आसमान में जमा स्माग जमीन पर आ जाएगा, जिससे धूप को धरती पर उतरने का मौका मिलेगा। साथ ही साफ वायुमंडल मिलने से पछुआ हवाओं की रफ्तार भी बढ़ जाएगी। ऐसे में धूप के बीच गलन का अहसास होगा। फिलहाल सोमवार को गोरखपुर का अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। पछुआ हवाओं की रफ्तार 13 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। मौसम विज्ञानी मंगलवार को अधिकतम तामपान के 18 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 11 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान जता रहे हैं।