मास्क नहीं तो दवा नहीं

Listen to this article

दवा विक्रेता समिति का फैसला

 

गोरखपुर। देश-प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच दवा विक्रेता समिति ने आज अहम फैसला लिया। इसके मुताबिक बिना मास्क पहने किसी भी व्यक्ति को दवा के दुकानदार दवाएं नहीं देंगे। दवा विक्रेता समिति ने जल्द ही बड़े स्तर पर मास्क लगाने व सेनेटाइजर के प्रयोग को लेकर जागरूकता अभियान चलाने का भी फैसला लिया। भालोटिया मार्केट में मंगलवार को समिति के अध्यक्ष योगेंद्र नाथ दुबे एवं महामंत्री आलोक चौरसिया ने बैठक की अगुवाई की। दोनों ने थोक एवं फुटकर दवा विक्रेताओं से कहा कि सरकार का मानना है कि आने वाले समय में ओमीक्रॉन और डेल्टा वायरस के मामले बढ़ सकते हैं, ऐेसे में सभी को एहितयात बरतने की जरूरत है। दवाएं सिर्फ उन्हीं ग्राहकों को दी जाएं जो मास्क पहन कर दुकानों तक आयें। बिना मास्क के आये ग्राहकों को मास्क पहनने को प्रेरित किया जाये। समिति ने सभी दवा दुकानदारों से यह भी कहा कि वे सेल्समैन, फार्मा कंपनी के मैनेजर एवं मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव को अनिवार्य रूप से मास्क लगाने को कहें। समिति ने सभी दुकानदारों से वायरस से संबंधित दवाएं, मास्क एवं सैनिटाइजर की उपलब्धता बनाए रखने को भी कहा। अध्यक्ष योगेंद्र नाथ दुबे व महामंत्री आलोक चौरसिया ने कहा कि सभी दवा विक्रेता अपने यहां वायरस से संबंधित दवाओं की उपलब्धता बना लें। इसमें खांसी की दवाएं, पैरासिटामॉल, विटामिन सी टेबलेट, जिंक टेबलेट, एजिथ्रोमाइसिन, आइवरमेक्टिन आदि शामिल हैं। बैठक में चेयरमैन अर्जुन अग्रवाल, संयोजक संतोष कुमार श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष राजेश तुलस्यान, अनुराग अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, संगठन मंत्री विनोद गुप्ता, संयुक्त मंत्री नीलेश अग्रवाल, दिलीप गुप्ता , जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार गुप्ता, राजीव त्रिपाठी, रोहित बंका, फिरोज खान, राजेश सिंह, दीपक दाधीच, जवाहर गुप्ता, रवि जायसवाल, शिवशंकर गुप्ता, संजय जायसवाल मौजूद रहे।