प्रयागराज। कोरोना संक्रमण फैलने की रफ्तार इस बार दूसरी लहर की अपेक्षा काफी तेज है। सार्वजनिक और भीड़भाड़ वाले अन्य स्थानों पर ही नहीं, यह तो अब इलाहाबाद हाई कोर्ट की सुरक्षा में भी सेंधमारी करने लगा है। चिंताजनक बात यह है कि अधिवक्ता तो क्या अति सुरक्षित रहने वाले न्यायमूर्ति भी संक्रमण से अपना बचाव नहीं कर पा रहे। इलाहाबाद हाई कोर्ट के तीन वरिष्ठ न्यायमूर्ति कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। डाक्टरों से संपर्क कर उन्होंने स्वयं को होम आइसोलेट कर लिया है। जबकि इससे पहले भी 17 दिसंबर को लखनऊ से एक पार्टी में शामिल होकर लौटे हाईकोर्ट के दो जज कोरोना संक्रमित हुए थे। दोनों जजों की हालत में अब सुधार है।
हाईकोर्ट में बिना मास्क के इंट्री नहीं
इलाहाबाद हाई कोर्ट परिसर में बिना मास्क के किसी भी वकील या उनके मुवक्किल की एंट्री नहीं है। सभी गेट पर सीआरपीएफ के सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। अधिवक्ताओं को मास्क लगाकर ही भीतर प्रवेश करने के लिए आग्रह करते हैं। मास्क लगा कर ही लगभग सभी न्यायमूर्तिगण इलाहाबाद हाई कोर्ट आ जा रहे हैं। ऐसे में कोरोना वायरस से न्यायमूर्तिगण का लगातार संक्रमित होना अचरज भरा भी है। करीब दो सप्ताह पहले तेजी से फैले कोरोना संक्रमण में छह अधिवक्ता भी संक्रमित हुए हैं।
हाईकोर्ट के तीन वरिष्ठ न्यायमूर्तिगण की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही फौरन वरिष्ठ चिकित्सकों ने उनसे संपर्क किया। होम आइसोलेशन में रहने, दवाओं की डोज लेने के तरीके बताए।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ एके तिवारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण कभी भी कहीं भी फैलने लगा है। लोग घर से बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं। पहले की तरह बाहर कहीं भी कुछ खाते पीते समय साफ सफाई, हथेली को सैनिटाइज करते रहने का ध्यान दें। इसके साथ ही जो भी सब्जी या अन्य खाद्य पदार्थ घर लेकर आएं उसे अच्छी तरह धूल कर ही खाएं।