देवरिया। बुधवार की दोपहर ओला के साथ मूसलाधार बारिश हुई। बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से फसलों को अधिक नुकसान हुआ है। गौरीबाजार में करीब एक घंटे तक बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि हुई। दोपहर करीब 2 बजे आसमान में एकाएक बादल छा गए। कुछ ही देर में बारिश के साथ ओले पढऩे लगे। देखते ही देखते ओलावृष्टि की लगातार झड़ी लग गई। जमीन पर ओलावृष्टि के वर्फ की परते बिछ गई। जाड़े के मौसम में बारिश के साथ ओलावृष्टि का आनंद लेने के लिए लोग घरों से बाहर निकल गए। उधर इस भीषण ओलावृष्टि से किसानों के चेहरे पर फसलों के नुकसान होने की चिंता की लकीरें खींच गई। लगातार ओलावृष्टि से चना, मटर, अरहर आलू, गेहूँ, सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। कृषि विशेषज्ञ विज्ञान सिंह ने बताया कि ओलावृष्टि से आलू, मटर , गेहूं , चना और कुछ फल के वृक्षों पर खराब असर पड़ेगा। इस तरह की ओलावृष्टि से पौधों के तने तथा शाखाओं की क्षति होती हैं । इससे की वृद्धि और विकास रुक जाता है । जिससे फसल उत्पादन घट जाता है । उधर किसानों की इस वर्ष बुआई में विलम्ब से होने से फसल उत्पादन लागत भी बढ़ चुकी है।