वाराणसी। उत्तर प्रदेश चुनाव में इन दिनों 80.20 और 85.15 की खूब बात हो रही है। कोई धार्मिक आधार पर वोटर्स को साधने में जुटा है तो कोई जाति को आधार बनाकर अपनी राह आसान करने में जुटा है। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया तो उन्होंने ना तो 80.20 की बात की और ना ही 85-15 का कोई जिक्र किया। उन्होंने यूपी की आधी आबादी को साधने की कोशिश की। जी, हां पीएम मोदी ने महिलाओं को पार्टी की असली ताकत बताते हुए कहा कि उनकी सरकार जो फैसले ले रही है वह महिलाओं के वोट से ही संभव हुआ है।
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं से बात करते हुए उज्ज्वला योजना का भी जिक्र किया और महिला से यह भी पूछा कि वह खुश है या नहीं। पीएम मोदी ने कहा, अब महिलाओं को ना तो रसोई की धुएं से जूझना पड़ता है न केरोसिन के लिए लाइन लगानी पड़ती है। ये सब आपकी वजह से संभव हुआ है। आप जइसन बहिन के आशीर्वाद हमार असली शक्ति हउअे। मातृशक्ति प्रसन्न हौ ना…? असल में 2014 के बाद बीजेपी को जिस तरह यूपी में 2017, 2019 में भी सफलता मिली उसके पीछे महिला वोटर्स की अहम हिस्सेदारी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ऑडियो संवाद में विकास के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता दोहराई। कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पुनरुद्धार, महिला सशक्तिकरण, इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थकेयर डेवलपमेंट सहित कई विषयों पर चर्चा की।पीएम मोदी ने एक कार्यकर्ता से अधिक से अधिक महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोडऩे और उन्हें डिजिटल भुगतान के लिए प्रेरित करने को कहा।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि उज्ज्वला योजना, जनधन बैंक खाते और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी केंद्रीय योजनाओं का महिलाओं को काफी लाभ मिला और बदले में उन्होंने 2017 और 2019 के चुनाव में बीजेपी को खुलकर वोट किया। जाति और धर्म के समीकरण महिलाओं ने तोड़ डाले। कहा जाता है कि ट्रिपल तलाक के खिलाफ कानून बनाकर बीजेपी कुछ हद तक मुस्लिम महिलाओं के वोट पाने में भी कामयाब रही। मान जा रहा है कि आने वाले दिनों में पीएम मोदी की अगुआई में बीजेपी महिलाओं के लिए किए गए काम गिनाकर 50 फीसदी वोटर्स को एक बार फिर अपने पक्ष में रखने की कोशिश करती दिखेगी।