बस्ती। दो साल तक सफलता पूर्वक संचालन के बाद मेडिकल कॉलेज बस्ती को पीजी कक्षाएं संचालित करने के लिए मान्यता मिलने की संभावना बढ़ गई है। पीजी कक्षाओं के चलने से जहां विभिन्न विभागों की सुविधाएं बढ़ेंगी वहीं मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा इकाई ओपेक अस्पताल कैली में हो रहे इलाज की गुणवत्ता में भी बड़ा बदलाव आएगा।
500 बेड के ओपेक अस्पताल कैली को मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित करते हुए वर्ष 2019 में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का शिक्षण कार्य शुरू हुआ। कुल 99 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया जो अब तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुके हैं। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि तीसरे साल की पढ़ाई पूरी होने के साथ ही कॉलेज को पीजी की मान्यता मिलने की संभावना बढ़ जाती है। कॉलेज में इसके बाद बड़ा बदलाव आएगा।
तीसरे वर्ष में नेत्र चिकित्सा, फोरेंसिक, कम्युनिटी मेडिसिन, ईएनटी, दंत रोग विभाग के शिक्षक डॉ. रोहित शाही, डॉ. अभिषेक पांडेय, डॉ. प्रियंका केसरवानी, डॉ. राजेश पांडेय व डॉ. अनिल कुमार यादव द्वारा शिक्षण कार्य किया जाएगा। छात्र ओपीडी में बैठकर चिकित्सक द्वारा किए जा रहे मरीजों के इलाज के तरीकों व लिखी जा रही दवाओं के बारे में जानकारी हासिल करेंगे। इसी के साथ ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी कार्य का भी अवलोकन करेंगे। चौथे वर्ष में यह छात्र इलाज करना शुरू कर देंगे।
81 छात्रों ने लिया प्रवेश
एमबीबीएस वर्ष 2022 के प्रथम वर्ष में प्रथम चरण में कुल 81 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि अभी दो चरण बाकी है, इसके बाद कॉलेज का 100 सीट का कोटा भर जाएगा। जिन छात्रों ने प्रवेश लिया है, उसमें से कुछ तो मेडिकल कॉलेज में हैं, जबकि कुछ घर चले गए हैं। इन छात्रों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसे देखते हुए इनकी ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करा दी गई हैं। प्रवेश पाए सभी छात्र-छात्राएं ऑनलाइन कक्षाएं ज्वाइन कर रहे हैं।
दो साल तक सफलता पूर्वक पढ़ाई के बाद एमबीबीएस तीसरे वर्ष की कक्षाएं शुरू हो रही हैं। तीसरे वर्ष के लिए निर्धारित विभागों में पढ़ाई का प्रबंध किया जा रहा है। इसी के साथ छात्र अब ओपीडी व ओटी में भी वहां हो रहे कार्यों को देखेंगे। प्रथम वर्ष में पहले चरण में 81 छात्रों ने प्रवेश लिया है।