बिहार: वित्तमंत्री तारकिशोर ने पेश किया बजट

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नई दिल्ली/बिहार। डिप्टी सीएम और वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद लगातार दूसरी बार सूबे का बजट पेश किया। तारकिशोर प्रसाद ने 2022-23 में 2 लाख 37 हज़ार 691 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। पिछले वर्ष यानी 2020-21 का बजट 2 लाख 18 हज़ार करोड़ रुपए का था। तारकिशोर प्रसाद ने कौटिल्य के अर्थशास्त्र के एक संस्कृत श्लोक से शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने कविता- यूं ही नहीं मिलती राही को मंजिल एक जुनून सा दिल में जगाना होता है। सरकार ने विकास का 6 सूत्रीय मॉडल पेश किया।
भाजपा विधायक बचौल के बयान पर विधानसभा में हंगामा
भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकरु बचौल के बयान पर विधानसभा में विपक्ष ने किया जोरदार हंगामा, सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बहस हो रही है। सत्ता पक्ष ने राष्ट्रगीत का अपमान करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की। वहीं विपक्ष बीजेपी विधायक बचौल से माफी मांगने की बात पर अड़ा। बिहार में 2 लाख 37 हजार 691 करोड़ का बजट पेश, इस वित्तीय वर्ष में बढ़ा बिहार का बजट आकार।तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव के तहत 847 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके तहत सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान- दूसरे चरण को स्वीकृति। घर तक पक्की नली-गलियां। स्वच्छ शहर विकसित शहर के तहत सभी जिला मुख्यालय में वृद्धाश्रम तैयार किया जाएगा। बहुमंजिला आवास बनाकर बेघरों को आवास उपलब्ध कराया जाएगा।
हर घर नल का जल के लिए 1 हज़ार 1.10 करोड़ का प्रावधान
तारकिशोर प्रसाद ने बजट पेश करते हुए कहा कि 700 करोड़ क्रेडिट कार्ड योजना के लिए, 200 करोड़ का प्रावधान मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता के लिए, 225 करोड़ का प्रावधान कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल के लिए 1 हज़ार 1.10 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
छह सूत्रों पर आधारित है बजट
वित्त मंत्री ने इस साल बजट को छह सूत्रों में बांटा है। ये सूत्र- स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि में निवेश, कृषि, ग्रामीण शहरी आधारभूत संरचना का विकास और विभिन्न वर्गों का विकास हैं। अबतक राज्य में 800 करोड़ का निवेश किया गया है। महिलाओं और बच्चों के विकास के लिए 1,23,757 लाख आवंटित किए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में क्रेडिट कार्ड योजना के लिए 700 करोड़ आवंटित किए गए हैं।
सामाजिक क्षेत्र में खर्च होगा बजट का 65 प्रतिशत
वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार में इथेनॉल उत्पादन के लिए 151 फैक्ट्रियां लगेंगी। टीकाकरण राज्य सरकार की प्राथमिकता है। हमारी सरकार अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसखंय्क के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य सुरक्षा में सुधार के लिए 16,134 करोड़ आवंटित किए गए हैं। बजट का 65 प्रतिशत सामाजिक क्षेत्र में खर्च होगा। वित्तीय वर्ष 2022-23 में विकास दर 9.7 रहने की उम्मीद है। 2022-23 में एक लाख करोड़ रुपए ब्याज मुक्त कर्ज होगा।
8 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण: सडक़, पुल आदि का निर्माण जारी है। निजी निवेश से अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, कृषि, आधारभूत संरचना, विभिन्न वर्गों के कल्याण पर जोर रहेगा। इस साल देश भर में बिहार सबसे ज्यादा आर्थिक वृद्धि दर प्राप्त करने वाला राज्य रहा। 8 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया गया। केंद्र ने ऋण लेने की सीमा में बढ़ोतरी की है। एससी-एसटी को योजनाओं का लाभ दिया।
सीमित संसाधनों के बावजूद जारी है विकास: डिप्टी सीएम ने कहा कि महंगाई भत्ते का नियमित तौर पर भुगतान हो रहा है। सीमित संसाधनों के बावजूद राज्य का विकास जारी है। लगातार कल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं। गरीब और कमजोर वर्गों को मदद दी जा रही है।
2022-23 में विकास दर 7.9 रह सकती है: वित्त मंत्री ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। कोरोना महामारी से प्रभावित लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। विश्व अर्थव्यवस्था में तीन फीसदी की कमी आई है। वहीं बिहार की अर्थव्यवस्था 2.5 प्रतिशत बढ़ी। 2022-23 में विकास दर 7.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
बजट पेश कर रहे हैं डिप्टी सीएम: बिहार के डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद सदन में बजट पेश कर रहे हैं।
स्पीकर के अपमान पर साथ आए बीजेपी-राजद: बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के साथ दुर्व्यवहार के मामले में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव को लेकर बीजेपी और राजद एक साथ खड़े नजर आए। राजद विधायक ललित यादव ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं बिहार के डीजीपी की तरफ से विधानसभाध्यक्ष का मजाक उड़ाए जाने का आरोप भी लगाया।