आजमगढ़ । सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत और अपनी पार्टी की हार को लेकर सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि चुनाव में हुई धांधली पर बहस ही न हो इसलिए फिल्म कश्मीर फाइल्स लाई गई है। अखिलेश ने कई सीटों का ब्योरा देते हुए बताया कि बड़े पैमाने पर धांधली की गई है। सोमवार को अचानक अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ पहुंचे अखिलेश ने विधायक और पूर्व मंत्री दुर्गा यादव के आवास पर मीडिया से बातचीत की। अखिलेश ने यह भी कहा कि कश्मीर फाइल्स से होने वाली कमाई से कश्मीरी विस्थापितों के लिए काम होना चाहिए। इसके लिए 25 लोगों की कमेटी बनाई जाए। कमेटी तय करे कि जो पैसा इकठ्ठा हो रहा है वह कैसे खर्च हो। सरकार को भी आगे आना चाहिए। पूरा पैसा प्रधानमंत्री फंड में न चला जाए। अलग अलग जगह रह रहे लोगों से बातचीत कर उनके ऊपर पैसा खर्च होना चाहिए। विधानसभा चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि एमएलसी चुनाव पर भी हमें प्रशासन से लडऩा होगा। अखिलेश ने कहा कि मुरादाबाद में 1 लाख 47 हजार वोट पाने वाले की काउंटिंग ढाई घंटे रोक दी गई। बाद में पता चला कि 700 वोटों से हरा दिया गया।
ओवैसी पर सवाल पूछने पर अखिलेश ने कहा कि जो भी लड़ेगा कुछ न कुछ वोट पाएगा। लेकिन सवाल तो यह है कि बसपा क्या कर रही थी। बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर का सपना था कि लोकतंत्र और संविधान से हमारा देश चले। बसपा ने तो अंदर ही अंदर बीजेपी से हाथ मिला लिया। इसलिए समाजवादियों को अंबेडकरवादियों को साथ लेकर चलना होगा। अंबेडकरवादियों को साथ जोडक़र एक नई लड़ाई लडऩी होगी।
सांसदी छोडऩे पर टटोलेंगे विधायकों का मन
अखिलेश यादव के अचानक आजमगढ़ पहुंचने के पीछे यहां से सांसदी छोडऩे की मंशा पर रायशुमारी माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि वह विधायकों और पदाधिकारियों से बातचीत कर यह जानने की कोशिश करेंगे कि सांसदी छोडऩे का यहां की राजनीति पर क्या असर हो सकता है। यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी भले ही बहुमत की रेस से बाहर हो गई है लेकिन वोट प्रतिशत में मिली शानदार बढ़त से उत्साहित है। ऐसे में सांसदी या विधायकी में से एक सीट छोडऩे को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव दुविधा में फंस गए हैं। आजमगढ़ आने से पहले होली के मौके पर वह मैनपुरी भी गए थे। वहां भी इस बारे में चर्चा हुई थी।