बंगाल का हाल सुना रो पड़ीं सांसद रूपा, राष्ट्रपति शासन की मांग

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कोलकाता। भाजपा सांसद रूपा गांगुली ने बीरभूम की घटना के बारे में बताते हुए राज्यसभा में रो पड़ीं। उन्होंने सदन में कहा, हम पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हैं। वहां सामूहिक हत्याएं हो रही हैं। लोग वहां से भाग रहे हैं। राज्य अब रहने योग्य नहीं है। राज्यसभा में बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने कहा, पश्चिम बंगाल में लोग बोल नहीं सकते। सरकार हत्यारों को बचा रही है। कोई दूसरा राज्य नहीं है जहां सरकार चुनाव जीतने के बाद लोगों को मारती है। हम मनुष्य हैं। हम पत्थर दिल की राजनीति नहीं करते।
बीरभूम मामले को लेकर राज्यसभा में भारी हंगामा
भाजपा की रूपा गांगुली ने आज राज्यसभा में पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में आठ लोगों को जलाकर मारने की घटना का उल्लेख किया, जिसका तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने कड़ा विरोध करते हुए भारी शोरगुल और हंगामा किया। इसके कारण सदन की कार्यवाही लगभग 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। गांगुली ने शुन्य काल के दौरान जैसे ही बीरभूम में पिछले दिनों आठ लोगों को जलाकर मारने की घटना का उल्लेख किया वैसे ही तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने अपनी सीट से उसका जोरदार विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद भाजपा के सदस्यों ने भी अपनी सीट से तृणमूल कांग्रेस का विरोध करने लगे जिसके कारण भारी शोरगुल और हंगामा होने लगा। इस दौरान गांगुली भावुक हो गयी और रोने लगी। इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे के विरूद्ध नारेबाजी भी की गयी। गांगुली ने कहा कि पहले लोगों को मारा-पीटा गया और फिर उन्हें बांधकर जला दिया गया। उन्होंने कहा कि बंगाल दक्षिणेश्वर महाकाली की भूमि है और वहां भी लोगों को जीने का अधिकार है। बाद में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सदन के बीच में आ गए और नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान उपसभापति हरिवंश ने विशेष उल्लेख के लिए सदस्यों का नाम पुकारा लेकिन शोरगुल के कारण कुछ सुना नहीं जा सका। हंगामा बढऩे पर उपसभापति ने 11.55 मिनट पर सदन की कार्यवाही 12.10 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।