नई दिल्ली। द कश्मीर फाइल्स पर छिड़े विवाद के बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा में कहा कि भाजपा को कश्मीर फाइल्स की चिंता है, कश्मीरी पंडितों की नहीं। देशभर के कश्मीरी पंडित कश्मीर वापस जाने का मौका चाहते हैं। भाजपा 8 साल से सत्ता में है, उन्होंने कश्मीरी पंडितों के लिए क्या किया
सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कश्मीरी पंडितों के लिए बहुत कुछ किया, दस्तावेजों के अभाव में भी 223 शिक्षकों को स्थायी दर्जा दिया, पेंशन प्रणाली को सुव्यवस्थित किया, दिल्ली में कश्मीरी पंडितों को प्रतिमाह 3000 रुपये प्रदान किए।कश्मीरी पंडितों पर करम नहीं
उन्होंने कहा कि द कश्मीर फाइल्स फिल्म से अर्जित 200 करोड़ रुपये का इस्तेमाल विस्थापित कश्मीरी पंडितों के कल्याण और उनके घरों के पुनर्निर्माण के लिए किया जाना चाहिए। कश्मीरी पंडितों के दर्द को लोग महसूस करें न कि इसे करोड़ों में बेचा जाए। सिसोदिया ने अपने संबोधन में कहा कि इस बड़ी राशि को या तो एक नए वेलफेयर फाउंडेशन या कश्मीरी पंडित समुदाय के लिए काम करने वाले मौजूदा फाउंडेशन में डाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं फिल्म नहीं देख पाया, क्योंकि मैं दिल्ली के बजट में व्यस्त था, इसलिए मैं फिल्म की गुणवत्ता पर टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन, यह ठीक है कि कश्मीरी पंडितों की पीड़ा पर एक फिल्म बनाई गई है। कश्मीरी समुदाय और इसे सभी को देखना चाहिए, लेकिन उनके दर्द को दूसरे लोगों को भी महसूस करना चाहिए ना कि यह कि उनका दर्द करोड़ों में बेचा जाए।