तेंदुआ ने मारा झपट्टा तो जान बचाने को भिड़ गया युवक, आधा घंटे की जंग में जीता युवक

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बहराइच। सुबह दौड़ लगाते समय तेंदुए ने हमला बोला तो युवक जान बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गया। तकरीबन 15 मिनट तक तेंदुए से जंग लड़ता रहा। आखिरकार युवक के साहस और चपलता से किए जा रहे बचाव के चलते तेंदुआ शिकार बनाने में नाकाम रहा तो वह युवक को छोडक़र जंगल भाग गया। हालांकि इस दौरान युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। कोतवाली मुर्तिहा के ग्राम गौरा पिपरा निवासी व्यास कुमार का 20 वर्षीय पुत्र अनिकेत सोमवार सुबह आर्मी भर्ती की तैयारी के लिए दौड़ लगाने निकला था। घर से तकरीबन 500 मीटर दूर पहुंचने पर जंगल से निकलकर अचानक सामने आए तेंदुए ने हमला कर दिया। आत्मरक्षा में युवक तेंदुए से भिड़ गया। तेंदुआ और युवक के बीच तकरीबन 15 मिनट तक संघर्ष चला। अंत में तेंदुआ उसे छोड़ कर जंगल की ओर भाग गया। घटना के दौरान तेंदुए के पंजे से युवक घायल हो गया लेकिन संघर्ष करने से पीछा नहीं हटा। जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घायल अनिकेत को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिहींपुरवा में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। बीते एक सप्ताह के भीतर तेंदुए के हमले की तीन घटनाएं हो चुकी हैं। कतर्निया वन्य जीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने बताया कि घायल युवक को इलाज के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी।
ऐसे करें तेंदुए से बचाव: बहराइच वन प्रभाग में तेंदुए की संख्या दो दर्जन है। प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच मनीष सिंह ने बताया कि तेंदुए गन्ने और गेहूं के खेत को अपना ठिकाना बना लेते हैं लेकिन गन्ने की फसल पूरी तरह कट चुकी है जबकि गेहूं की फसल काटी जा रही है। ऐसे में ग्रामीणों पर तेंदुओं का हमला हो सकता है। उन्होंने बताया कि तेंदुए के हमले से बचने के लिए ग्रामीण समूह में जाएं। समूह में बात करते रहें। क्योंकि मानव दखलंदाजी से तेंदुआ काफी दूर रहता है। उन्होंने कहा कि सतर्कता से ही बचाव संभव है।