गोरखपुर। गोरखपुर-महाराजगंज स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पद के लिए मतगणना मंगलवार की सुबह आठ बजे से शुरू हो गई है। शुरू में वैध एवं अवैध मतों को अलग किया जा रहा है। भाजपा प्रत्याशी सीपी चन्द एवं सपा प्रत्याशी के प्रतिनिधि मतगणना स्थल पर मौजूद है। रिटर्निंग आफिसर/ जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने मतगणना स्थल पर पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया। गोरखपुर-महाराजगंज स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी पद के लिए नौ अप्रैल को वोट डाले गए थे।
पांच हजार से अधिक मतदाताओं ने किया था मताधिकार का प्रयोग
दोनों जिलों में मिलाकर पांच हजार 482 मतदाता थे इनमें से पांच हजार 365 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान मतपत्रों के जरिए किए गए हैं। मतगणना के लिए कचहरी क्लब स्थित भवन में छह टेबल बनाए गए हैं। सुबह सात बजे प्रत्याशियों एवं उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम का सील खोला गया। उसके बाद सुबह आठ बजे से बूथवार मतपेटी को खोलकर सबसे पहले मतपेटिका में पड़े मतों एवं मतपेटिका जमा करते समय रजिस्टर में अंकित बूथवार मतों की संख्या का मिलान किया गया। उसके बाद वैध एवं अवैध मतों की छंटनी का काम जारी है। छंटनी का काम पूरा होने के बाद वैध मतों का बंडल बनाया जाएगा।
एक टेबल पर गिने जाएंगे नौ सो वोट
एक-एक टेबल पर करीब 900 वोट गिने जाएंगे। माना जा रहा है कि दोपहर बाद एक बजे तक परिणाम आ जाएगा। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि मतगणना स्थल पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। मतगणना का परिणाम आने के बाद विजयी प्रत्याशी को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा एवं सुरक्षा के बीच उन्हें उनके कार्यालय तक पहुंचाया जाएगा। किसी भी प्रकार का विजय जुलूस प्रतिबंधित है।
देवरिया में भी मतगणना शुरू: देवरिया कलेक्ट्रेट परिसर में सुबह छह बजे से ही मतगणना कार्मिक पहुंच गए। पुलिस कर्मियों ने प्रत्याशियों के अलावा मतगणना अभिकर्ताओं को तलाशी के बाद भीतर जाने दिया। प्रत्याशियों और अभिकर्ताओं के सामने आठ टेबल पर मतपेटिका खोलने का क्रम शुरू हुआ। यहां गणना में भाजपा के डॉ रतन पाल सिंह ने जीत दर्ज की।धारा 144 लागू: जनपद में धारा 144 लागू है। मतगणना के बाद परिणाम आने पर किसी प्रत्याशी या उनके समर्थकों की तरफ से कोई विजय जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी। उल्लंघन भारतीय दण्डनीय अपराध होगा। मतगणना परिसर में प्रवेश करने के लिए नियुक्त मतगणना अभिकर्ता के पास कोविड-19 वैक्सीनेशन के डबल डोज का प्रमाण-पत्रों की जांच की गई।