कीव। यूक्रेन जंग को 50 दिन पूरे हो चुके हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के लिए 800 मिलियन डॉलर (करीब 6,089 करोड़ रुपए) के मिलिट्री सहायता को मंजूरी दी है। रूसी हमले से निपटने के लिए दी जा रही इस सहायता में तोप, बख्तरबंद गाडिय़ां और हेलिकॉप्टर शामिल हैं वहीं रूस ने अमेरिकी संसद के 398 सदस्यों को ट्रैवल बैन लिस्ट में डाल दिया है। रूसी विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि अमेरिका की ओर से पिछले महीने रूसी सांसदों पर बैन लगाया गया था। इसके जवाब में रूस ने यह फैसला लिया है। इसके अलावा रूस ने कनाडाई सीनेट के 87 सदस्यों पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। इस बीच रूस का ब्लैक सी फ्लैगशिप तहस-नहस हो गया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा- आग की वजह से मोस्कवा मिसाइल क्रूजर पर विस्फोट हुआ है, जिससे जहाज को काफी नुकसान पहुंचा है। क्रूजर पर आग क्यों लगी इसकी जांच की जा रही है।
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत ने यूक्रेन को मार्च महीने में 90 टन राहत सामग्री मुहैया कराई है। फिलहाल दवाओं की आपूर्ति पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है।
चेक दूतावास ने कीव में फिर से काम करना शुरू कर दिया है। चेक विदेश मंत्रालय ने 13 अप्रैल को ट्विटर कर कहा कि हम यूक्रेन के साथ हमेशा खड़े रहेंगे।
कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने यूक्रेन में रूसी हमलों को नरसंहार करार दिया है। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में पुतिन को वॉर क्राइम के लिए जवाबदेह ठहराने के लिए कनाडा ने शुरूआती पहल की।
रूस ने यूक्रेन पर गोलीबारी का आरोप लगाया है। रूस के पश्चिमी शहर कुर्स्क के गवर्नर रोमन स्टारोवोइट ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन ने यहां पर गोलीबारी की है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की ने फ्र ांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बयान पर नाराजगी जाहिर की है। जेलेंस्की ने कहा कि जंग के दौरान मैकों की इस बात ने हमें और दुख पहुंचाया है। दरअसल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस की ओर से यूक्रेन में की गई हत्याओं को नरसंहार कहने से इनकार कर दिया था। हालांकि मैक्रों ने रूसी हमले को क्रूर जंग करार दिया। उन्होंने कहा कि जो हो रहा है, वह पागलपन है। मैक्रों ने कहा कि नरसंहार शब्द के इस्तेमाल से बचना चाहिए, क्योंकि रूस और यूक्रेनी लोगों के बीच भाईचारा है।