अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का तीस प्रतिशत काम पूरा

Listen to this article

अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का तीस प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस समय प्लिंथ को ऊंचा करने का काम चल रहा है। नींव को केवल कंक्रीट से तैयार किया गया है। इसमें लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है। कर्नाटक और तेलंगाना से पत्थर मंगाए गए हैं। उन्हीं से निर्माण कार्य को पूरा कराया जा रहा है। ये जानकारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने दी। चंपत राय ने बताया कि मंदिर निर्माण के दो चरण काम पहले ही पूरा हो चुका है। अब तीसरे चरण का काम चल रहा है। ग्रेनाइट के पत्थरों का ब्लॉक बनाया गया है। ब्लॉक पांच फीट लंबा, ढाई फीट चौड़ा और तीन फीट ऊंचा है। एक ब्लॉक करीब ढाई टन का है। 37.5 घन फिट आकार का एक ब्लॉक है।
इसी प्रकार के 17 हजार ब्लॉक मंदिर निर्माण में लगाए जाएंगे। यह कुर्सी साढ़े छह मीटर ऊंची की जाएंगी। एक लेयर के ऊपर दूसरी लेयर बनाई जा रही है। इस प्रकार सात लेयर में यह पत्थर एक के ऊपर एक जोड़े जाऐंगे। अभी गर्भ गृह के चारों ओर पांचवीं लेयर डाली जा रही है। अर्थात हमने 15 फिट की ऊंचाई कुर्सी प्लिंथ की प्राप्त कर ली है।
चंपत राय ने बताया कि मंदिर के पश्चिम दिशा में 500 मीटर दूरी पर सरयू नदी का प्रवाह है। पूर्व से पश्चिम सीमा की तरफ 10 मीटर का ढलान है। तेज बारिश में मिट्टी कटकर पश्चिम में जाने का खतरा है। इसलिए मिट्टी का कटाव रोकने के लिए जमीन के नीचे एक रिटर्निंग वाल डाली जा रही है। यह रिटर्निंग वाल 12 मीटर गहराई से डाला जा रहा है। समुद्र तल से 93 मीटर लेवल इसका कार्य प्रारंभ किया गया। यह रिटर्निंग वाल 12 मीटर चौड़ी है। इसका निर्माण बांध के आकार से किया गया है। यह मंदिर के परकोटे से बाहर है। इसमें लोहे का सरिया डाला गया है। रिटर्निंग वाल और मंदिर के प्लिंथ ऊंची करने का काम साथ साथ चल रहा है। बहुत जल्द हम मंदिर में नक्काशीदार पत्थरों को लगाना शुरू कर देंगे। जिसकी सूचना जारी किया जाएगा।