गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन स्थित कमेटी हाल में शनिवार को एक बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान नई शिक्षा नीति के तहत परास्नातक पाठ्यक्रम लागू करने और नैक मूल्यांकन व पुरातन छात्र सम्मेलन की तैयारी की समीक्षा की गई।
बैठक में नैक मूल्यांकन पर फोकस करते हुए कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कहा कि नैक के सभी मानकों पर खरा उतरने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करना होगा। इसके लिए निर्धारित सभी मापदंडों पर खरा उतरना होगा। उन्होंने प्रत्येक मापदंड के लिए बनाए गए संयोजकों से अबतक की कार्य प्रगति और आगे की योजना की जानकारी ली।
जून के पहले सप्ताह में आ सकती है टीम: प्रो. राजेश ने यह भी बताया कि नैक की टीम जून के पहले सप्ताह में विश्वविद्यालय परिसर में आ सकती है। इसके लिए सभी को तैयार रहना होगा। विश्वविद्यालय ने 18 मई को सेल्फ स्टडी रिपोर्ट जमा करने की योजना बनाई है। बैठक में सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, नैक के सभी मापदंडों के संयोजक, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक आदि मौजूद रहे। 5-7 नवंबर को को आयोजित होगा विवि का पहला अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन: राष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन के बाद गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन की तैयारी शुरू कर दी है। बैठक में कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि बीते दिनों आयोजित पुरातन छात्र सम्मेलन काफी सफल रहा। इससे हम देश भर के पुरातन छात्रों को जोडऩे में सफल रहे हैं। अब जरूरत दुनिया भर में रहने वाले पुरातन छात्रों को विश्वविद्यालय से जोडऩे की है। इसके लिए विश्वविद्यालय में पांच से सात नवंबर तक तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। ऐसे में एल्युमिनाई सेल पूरी प्रतिबद्धता के साथ करता रहेगा। कुलपति ने बताया कि सेल की आजीवन सदस्यता लेने वाले पुरातन छात्रों के लिए विश्वविद्यालय आइडी कार्ड जारी करेगा।