भागलपुर (बिहार)। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है। अजगैबीनाथ धाम यानी सुलतानगंज में मेला के पांचवे दिन और सावन की पहली सोमवारी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। करीब एक लाख श्रद्धालु यहां पहुंचे। पहले गंगा स्नान किया। इसके बाद कांवर लेकर बैद्यनाथ धाम के लिए रवाना हुए। अजगैबीनाथ धाम बोल बम और हर-हर महादेव के जयकारे से गुंजायमान रहा। इस बार सुल्तानगंज से देवघर जाने के लिए कच्ची कांवरिया पथ पर सफेद बालू का परत बिछाए जाने से यात्रा काफी हद तक आसान हुई हैं। दो साल बाद आयोजित हो रहे श्रावणी मेले के कारण इस बार श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी जा रही है। वहीं बिहार पुलिस मुख्यालय के अलर्ट को देखते ही हुए चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं। पुलिस मुख्यालय ने जिले के एसपी और एसएसपी को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। यहां अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं।
सुल्तानगंज से कुल 40 हजार 346 कांवरिये गंगाजल उठाकर बैद्यनाथ धाम रवाना हुए। प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित मेला नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार, इसमें 97 महिलाओं सहित 4152 डाक बम शामिल हैं। मौसम की बेरुखी पर आस्था भारी पड़ रही है। तेज धूप और भीषण गर्मी में भी कांवरियों के कदम लगातार बैद्यनाथ धाम की ओर बढ़ रहे हैं। शिवभक्त 105 किलोमीटर लंबी कांवर यात्रा पर निकल पड़े हैं। बोल बम और हर-हर महादेव के जयकारे से कांवरिया पथ गुंजायमान हो चला है। देवों के देव महादेव के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था देखते ही बनती है। मान्यता है कि सावन में भगवान शंकर को जलार्पण करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि औघड़दानी के दर्शन के लिए शिवभक्तों में काफी उत्साह है।