हिस्ट्रीशीटर की हत्या के दो आरोपी अरेस्ट: २५ जुलाई को जमीनी विवाद में गोरखनाथ इलाके में पीट-पीटकर हुई थी मेराजुल की हत्या

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गोरखपुर। गोरखनाथ पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर मेराजुल हक की हत्या के दो आरोपियों तौसीफ अली निवासी रसूलपुर इस्लामिया नगर और असहर खान पुत्र सहाबुद्दीन निवासी नियर आयशा हार्ट केयर हास्पीटल नथमलपुर को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने दोनों को गुरूवार की दोपहर स्प्रिंगर चौराहा से पकड़ा है। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भिजवा दिया।

जानकारी के अनुसार बीते २५ जुलाई २०२२ की शाम करीब 2 बजे जामियानगर नथमलपुर निवासी हिस्ट्रीशीटीर अपने घर के निर्माण कराकर बुलट से घर आ रहा था। तभी चार से पांच लोगों ने धर से कुछ दूर पर गाड़ी रोक लिया और डंडे से प्रहार कर दिया, साथ ही ईंट से सिर भी कूंच दिया। जिसके बाद मेराजुल की मौत हो गई थी। उसके भाई सज्जादुल हक की तहरीर पर पुलिस ने जमीन के विवाद में मोहम्मद शाहीद उर्फ राजू और उनका बेटा मोहम्मद हाशिम, निवासी पुराना गोरखपुर गोरखनाथ, तौसीफ आलम, निवासी पट्टन गोरखनाथ, महताब आलम निवासी पुराना गोरखपुर गोरखनाथ, अशहर खान, निवासी आयशा हार्ट केयर सेंटर के बगल में, गोरखनाथ, शहनवाज और शादाद निवासी, पुराना गोरखपुर गोरखनाथ के खिलाफ केस दर्ज किया था।

मेराजुल हक घर के पास ही सवेरा मैरिज हाउस चलाता था। परिवार के लोगों के मुताबिक जोसेफ स्कूल के पीछे दशहरी बाग में उसकी एक जमीन है। मेराजुल अक्सर अपनी इसी जमीन को देखने जाया करता था। इसी जमीन के पास मेराजुल के पट्टीदार मोहम्मद शाहीद उर्फ राजू की भी जमीन है। पट्टीदारों से जमीन को लेकर भी उसका विवाद चल रहा था। मेराजुल ने साल जुलाई 2011 में अपने पड़ोसी बसपा नेता बदरुल की हत्या कर दी थी। इस मामले में वह जेल भी गया था। बाद में जमानत पर छूटकर जेल से बाहर आ गया। उसके खिलाफ गोरखनाथ सहित कई थानों में आपराधिक केस दर्ज हैं। वह थाने का हिस्ट्रीशीटर था।